मेरे कान्हा

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मेरे कान्हा!  है एक छोटा सा संसार मेरा। है जिसमे घर बार , द्वार चार सबका बसेरा। होती सुबह प्रभु के पावन नाम से। गुणगान भक्ति करुनानिधान की। आशाओं का सवेरा ...

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