ढलती शाम

1 Part

139 times read

8 Liked

जिंदगी  हंसने  गाने , का   ही  तो  नाम  है वरना  दुखों  से  भरी, हर  ढलती  शाम  है व्यस्त  हैं  हर इंसान, अपने  आप में  मगर दोस्ती से बढ़कर, नहीं जरूरी कोई ...

×