जिम्मेदारियों का बोझ

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जिम्मेदारियों का बोझ, लिए अपने सर पर चल रहा वो बेबस, बस अपनी ही डगर पर ना किसी से उम्मीद, ना किसी से शिकायत आंखों से बह रहे, आंसू भी झर ...

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