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हार कर एक दिन। तनहा हम चल दिए। गुमशुदा रास्तों पर, हम तो वहीं खो गए। हैं ना कोई यहाँ, थाम कर मेरा हाथ। ले चले रोशनी में, ऐसा मुसाफिर कहां। ...