ज़िंदगी अब रुकी रुकी सी है। मेरे आंखों में कुछ नमी सी है।

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ज़िंदगी अब रुकी रुकी सी है। मेरे आंखों में कुछ नमी सी है। ❤️ चंद खुशियां मिली हजा़रों ग़म। मुझ से खुशियों की  दुश्मनी सी है। ❤️ इक ख़लिश दूर तुझसे ...

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