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हो चुकी हैं अब बंजर जमीनें सारी कही बिल्डिंगे का ठहराव हैं भारी। तालाब नदिया सब सुख चुके है अब कुवो का इम्तिहान जारी है। वो बैठ होते हैं अकसर मेढ़ो ...