कामरेड और चूहे

91 Part

67 times read

0 Liked

अन्ततः प्रोफेसर डीपी झा ने देहदान का फैसला ही किया। उनकी ज़िन्दगी एक आदर्श थी और वे चाहते थे उनकी मौत भी आदर्श बने। उनके दोस्तों ने ठीक ही सुझाव दिया ...

Chapter

×