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🌹 ग़ज़ल🌹 गर इजाजत हो तो एक शाम चुरा लूं तेरा। शीशा ए दिल में हसीं चेहरा छुपा लूं तेरा। हां किताबों सी बन गई है जिंदगी मेरी, हर सफे़ पर ...