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जिस दर्द को जीते हुए बचपन गुज़र गया । नजरों से मेरे हर हसीं मंज़र गुज़र गया। उम्मीदों का पहाड़ लिए हम उसी दर पर, बैठे रहे अश्कों का समंदर गुजर ...