सावन

1 Part

261 times read

15 Liked

सावन में आसमान बरस रहें संग ऑंखों में ऑंसू  तैर  रहें। यह सावन‌ भिंगाती है सभी को हर साल रूलाती है यह मुझ को। धूल पड़ी यादें ताजा हो जाती है ...

×