नाराज़

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ऐ   जिन्दगी   मुझसे  नाराज़   हो  क्या मेरी नादान हरकतों से परेशान हो क्या? बेइंतहा मोहब्बत करते है जिंदगी से हर   हालात  में  जीते  है  खुशी  से। अपना हो या पराया अपनापन ...

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