शांति के दिन

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रविवार का दिन था। शाम के चार बज रहे होंगे। आलोक अपने बिस्तर पर बैठा गोद में लैपटॉप लिए कुछ काम कर रहा था। काम करते - करते उसने अपनी पत्नी ...

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