1 Part
241 times read
15 Liked
तरस रहे थे जिन्हें सुनने को वह शब्द सुनाने आई हो सुनकर जीवन सफल हुआ मेरा मुझे माॅं बोलने तुम आई हो। ऐसा तो नहीं है कि मेरी बेटी तुम मेरी ...