इंकार

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खामोश खड़ा हूँ मैं भी, खामोश खड़ी है वो भी पलट देखता हूँ मैं भी, पलट कर देखती है वो भी दुनिया के डर से, इंकार कर दिया मेरे महबूब ने ...

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