अध्याय - ३  " अच्छा ना किए तुम पण्डित बाबा को नाराज़ करके दुलहा, ऊ तो भगवान के बाद आते है। सबका पाप पुण्य ऊही तो देखत है।" गबरू घबराया सा ...

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