1 Part
378 times read
14 Liked
तुमने छुआ था यार जो नाजो अदा के फूल। दिल को हमारे भा गए शर्म ओ हया के फूल। खुशियों को अपने लफ्ज़ कभी दे सका न मैं। उसने दिया था ...