मेरे कान्हा

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मेरे कान्हा!! तुम सबके हो लेकिन फिर भी किसी के नही। तुम दूर हो लेकिन मन जितने करीब हो कहने को निराकार हो लेकिन प्रेम वश साकार हो अनेक नामो से ...

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