मासूम जिंदगी के अरमान बहुत हैं. हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत हैं।

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मासूम जिंदगी के अरमान बहुत हैं. हमदर्द नहीं कोई इंसान बहुत हैं। खुदगर्जी में इंसानियत भी खो गई कहीं। चंद दिन की जिंदगी है अरमान बहुत हैं ...

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