लेखनी प्रतियोगिता -31-Jan-2023 परमात्मा का अक्स
कालिया और बिल्ला एक ही गांव के रहने वाले थे। दोनों एक दूसरे के माता-पिता का अपने माता पिता जैसे आदर करते थे। और शहर में भी एक ही सेठ के घर में नौकरी करते थे।
वह दोनों जल्दी से जल्दी बहुत पैसा कमाना चाहते थे। कालिया थोड़ा अपराधी प्रवृत्ति का युवक था। एक साथ जल्दी बहुत सा पैसा कमाने का लालच देकर बिल्ला को भी एक अपराध करने के लिए राजी कर लेता है। अपराध यह था कि सेठ के इकलौते बेटे आकाश का अपहरण करके बहुत बड़ी फिरौती की रकम वसूल करना।
सेठ के बेटे आकाश का अपहरण करने के बाद वह दोनों सेठ को चिट्ठी लिखकर रुपए रखने की जगह बताते हैं। लेकिन उनके सामने यह समस्या आ जाती है कि वह रुपए लेकर बच्चों को छोड़ेंगे तो बच्चा उन्हें पहचानता है। कालिया बच्चे को एक रात छोड़ने से पहले बिल्ला से कहता है की "रुपए लेकर हमे बच्चे की हत्या करनी पड़ेगी वरना हम दोनों पकड़े जाएंगे।" बिल्ला भी मजबूरी में तैयार हो जाता है। और वह दोनों पैसा मिलने के बाद बच्चा सेठ को वापस नहीं देते। बच्चा ना मिलने की वजह से सेठ बच्चा अपरहण की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करा देते हैं।
पुलिस से बचने के लिए दोनों घने जंगल में बच्चे के साथ छुप जाते हैं। बच्चे की हत्या करके उसे जंगली जानवरों के खाने के लिए छोड़कर दूसरे शहर भागने की योजना बनाते हैं। और सोचते हैं जब सारा मामला शांत हो जाएगा तो अपने माता-पिता भाई-बहन के पास वापस गांव चले जाएंगे।
दोनों जीवन में पहली बार किसी मनुष्य की हत्या कर रहे थे, इसलिए वह समझ नहीं पा रहे थे कि चाकू से हत्या करें जहर देकर या बच्चे के गले में फांसी का फंदा डालकर मारे। बिल्ला कालिया से कहता है "बच्चे को फांसी का फंदा बनाकर पेड़ पर लटका देते हैं।" उनके पास रस्सी नहीं थी, इसलिए वह एक पेड़ की बेल को चाकू से काट कर रस्सी बनाते हैं। उसके बाद फांसी का फंदा बनाकर बच्चे के गले में फंदा डालकर बच्चे को पेड़ पर लटका देते हैं। जिस पेड़ से बच्चे को बेल का फंदा बनाकर लटकते हैं, उस पेड़ पर एक मोटा तगड़ा बंदर था। वह बंदर बेल को दांत से कुतर कुतर कर खा जाता है। और फांसी का फंदा बच्चे के गले से टूट जाता है।
फिर वह जहरीले सांप से बच्चे को कटवाते हैं। वहां नेवला आकर जहरीले सांप को मार देता है। चाकू से बच्चे को मारने की कोशिश करते हैं, तो पेड़ की बेल काटने की वजह से चाकू की धार खराब हो गई थी।
घने जंगल में चलते-चलते दोनों को एक डाकू मिलता है। वह डाकू एक पेड़ के नीचे बैठा हुआ था। उसके पास एक तलवार थी। वह तलवार से अपनी गर्दन काटने की कोशिश कर रहा था। लेकिन वह अपनी गर्दन काटने में सफल नहीं हो पा रहा था।
कालिया बिल्ला दोनों डाकू से अपनी गर्दन काटने का कारण पूछते हैं। तो उनको डाकू बताता है कि "मैंने अपने जीवन में बहुत लोगों की हत्या की बहुत से लोगों का धन लूटा। मैंने यह सब अपने परिवार और अपनी सुख शांति के लिए किया। लेकिन लूटपाट हत्याओं से ना मुझे सुख शांति सुकून मिला और ना मेरे परिवार को सुख शांति सुकून मिला। उल्टा मेरा घर परिवार मुझसे छूट गया और मैं पुलिस दुनिया की नजरों से बचने के लिए जगह-जगह भटकने लगा।फिर मुझे एक दिन एक संत महापुरुष मिला मैंने उससे उसके मन की शांति सुकून का राज पूछा तो उसने मुझे बताया कि तुमने मनुष्य की हत्या नहीं की बल्कि परमात्मा के अक्स क हत्या की क्योंकि हर एक जीव में परमात्मा का अक्स होता है। इसलिए तुम्हें पश्चाताप की बाद शायद शांति मिल जाए और अगले जन्म में तुम्हें सुख शांति मिले। मैं अनपढ़ मूर्ख उस महापुरुष से यह पूछना भूल गया कि पश्चाताप मैं कैसे करूं क्योंकि जिन लोगों की मैंने हत्या कि जिन्हें लूटा उनको तो मैं पहचानता नहीं। इसलिए मैं सीधा अपनी हत्या करके मन की सुख शांति शकुन पाने के लिए नया जन्म लेना चाहता हूं।"
डाकू की सारी बात सुनकर दोनों की आंखें खुल जाती है वह समझ जाते हैं कि दुनिया के हर एक जीव में परमात्मा का अक्स होता है। बुरे कर्म हत्या लूटपाट से कभी भी जीवन में शांति सुकून नहीं मिल सकता है। इसलिए वह डाकू को सेठ का बच्चा अपरहण करने की सारी कहानी सुनाते हैं। और डाकू से कहते हैं "इस बच्चे का जीवन तुम्हारी वजह से बचा है इसलिए तुम सारे रुपए बच्चे को और हम दोनों को पुलिस के हवाले करके थोड़ा बहुत पश्चाताप कर सकते हो।"
और वह डाकू दोनों को पुलिस के हवाले कर देता है। पुलिस रुपया और बच्चा सेठ को दे देती है। कालिया बिल्ला को पुलिस के हवाले करने के बाद डाकू अपने पुराने गुनाह कबूल करके खुद फांसी के फंदे पर लटक जाता है। उस दिन अदालत में उनकी कहानी सुनकर दुनिया को भी सबक मिलता है कि "जीव हत्या यानि परमात्मा के अक्स की हत्या।"
सृष्टि सुमन
03-Feb-2023 08:30 PM
👌👌👌
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प्रत्यंगा माहेश्वरी
02-Feb-2023 11:23 PM
👌👌👌
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प्रिशा
02-Feb-2023 09:59 PM
👌👌👌
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