Madhu Arora

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अजनबी

अजनबी

नैन पट जो बंद किए,
किसकी छवि आ गई।
दिल में जाने कौन था,
लव पर हंसी आ गई।

अजनबी तुम प्यारे से,
जीने का सहारा से।
हलचल थी सांसों में,
इंतजार था रातों में।

तुम हमको अजनबी से,
हम तुमको अजनबी से।
गैर होकर अपने बने,
बड़े प्यारे अजनबी लगे।

अपना बना लेती तुझे,
खुद को भुलाती में।
दिल में मेरे बसर किया
बोलो तुम अजनबी हो क्या?
                रचनाकार ✍️
                मधु अरोरा
       

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7 Comments

Gunjan Kamal

02-Feb-2023 12:19 PM

बहुत खूब

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Rajeev kumar jha

01-Feb-2023 03:30 PM

शानदार

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