Sunita gupta

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दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय नारी नर

नारी नर को बताएगी क्या प्यार है।
///////////पूर्णिका///////////////
नारी नर को बताएगी क्या प्यार है।
प्रेम सचमुच में ईश्वर का उपहार है।

कोई धनसे करे प्यार,मन से कोई ,
तन का तो प्यार झूठा है बेकार है।

वीरता का बरण ,सुन्दर नारी करे,
भारतीय नारी बंधन का अवतार है।

पश्चात नारी होती है बंधन रहित,
वासनामयी ही वह साक्षात्कार है।

जन्म दे पुत्र को,नदिया में दे बहा,
कुन्ती मां  में कहां ,दया भंडार है।

महाभारत में है धर्म ,दिखता कहां,
नारी होती नग्न ,अधम व्यवहार है।

सरिता बहती वहां स्वर्ग होता जहां,
पापी को तारती,सरिता की धार है।

सुनीता गुप्ता'सरिता'कानपुर

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5 Comments

Mahendra Bhatt

12-Feb-2023 11:53 AM

शानदार

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बहुत ही उम्दा सृजन

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बहुत खूब

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