कामयाबी

कामयाबी

कामयाबी की राह में कांटे कई हजार
महत्वकांक्षा तुझे अगर, करने होंगे पार
मत डर रास्ते की किसी भी कठिनाई से
विश्वास गर खुद पर रहे, पर्वत भी होंगे पार।

है भले कश्ती तेरी छोटी, कमजोर सी पतवार है
बाजुओं में दम अगर, सागर भी माने हार हैं
लक्ष्य जो साधे खड़ा उसकी तो नैय्या पार है
कर भरोसा खुद पे तू, तुझे हार कब स्वीकार है।

कर सतत प्रयास जो आकाश को छू पाएगा
कामयाबी का वही परचम सदा लहराएगा
हो हिमालय सामने उसका भी सर झुक जाएगा
क्यूंकि तेरा ये हौंसला ही तुझे मंजिल सदा दिलवाएगा।।

आभार – नवीन पहल – १३.०२.२०२३ 🙏😎

# प्रतियोगिता हेतु


   17
8 Comments

Alka jain

14-Feb-2023 12:29 PM

बेहतरीन

Reply

लाजवाब लाजवाब लाजवाब

Reply

अदिति झा

14-Feb-2023 12:40 AM

Nice

Reply