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लेखनी प्रतियोगिता -14-Feb-2023 दैनिक काव्य प्रतियोगिता


        न  माफ करेंगे न भूलेंगे



न माफ करेंगे न भूलेंगे दुश्मन तेरी करतूतों को

वीरों  की कुर्बानी  को  हम यूँ ही  न  जाने देंगे

पुलवामा हमले की गूंज, गूंज  रही है कानों में

भारत माँ के लाल हैं जो रक्त में उठा उबाल है


दुश्मन ने अपनी कायरता फिर से दिखलाई है

14फरवरी 2019 को रची भयानक साजिश है

सीआरपीएफ का काफिला अवंतिपुर को पहुँचा

विस्फोटक संग कार ने टक्कर आकर मारी थी


आतंकी हमले में हो गए 40 वीर जवान शहीद

जम्मू-श्रीनगर नेशनल- हाइवे की यह घटना है

आत्मघाती हमले में भारत माँ के लाल शहीद

पुलवामा हमले ने पूरे देश को ही दहलाया था


तिरंगा में लिपटा शव जब घर को वापस आया

आतंकी कायरता और वीरों का शौर्य बतलाया

नमन तुम्हे हे!  वीर  शहीदों  बारम्बार प्रणाम है

शान्ति के उपासक हम दुश्मन के लिए तलवार हैं


जो भी भारत माँ के सीना को छलनी करेगा

चाहे कहीं वो छुप जाए  कहीं नहीं बच पाएगा

दुश्मन के ही घर में घुसकर उसको धूल चटाएंगें

भारत माँ के लाल हैं हम उसका कर्ज चुकाएंगे



  स्वरचित एवं मौलिक रचना


      अनुराधा प्रियदर्शिनी

      प्रयागराज उत्तर प्रदेश





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7 Comments

Punam verma

15-Feb-2023 09:31 AM

Very nice

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Abhinav ji

15-Feb-2023 07:48 AM

Very nice 👍

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बहुत ही सुंदर सृजन

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