लेखनी कहानी -16-Feb-2023 प्रकृति
छंद-जया नंदिनी छंद
शीर्षक-प्रकृति
बिजुरिया यहां चमके, जलद वहां है दमके।
कृषक आज है चहके, धरा आज है महके।।
नदी आज है बहती, सखी आज यह कहती।
फसल में खुशी चहकी, जगत में कली महकी।।
फसल आज है लहरें, धरा पर हुए पहरे।
नदी के सरगम सुने, प्रकृति ने उपवन बुने।।
फसल झूमने लगती, प्रकृति खूब है सजती।
प्रसन्नसित हैं फसलें, सभी हल हुए मसले।।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
नॉनस्टॉप प्रतियोगिता 2022 भाग 43
Gunjan Kamal
18-Feb-2023 11:22 PM
बेहतरीन
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Swati chourasia
17-Feb-2023 07:19 PM
वाह बहुत खूब 👌
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Renu
17-Feb-2023 01:46 PM
👍👍🌺
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