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लेखनी प्रतियोगिता -17-Feb-2023 "भोर की लाली "

"भोर की लाली"

हर किसी के जीवन में भोर की लाली 
रंगत अलग ही भर कर लाती  हैं 
किसी को ख़ुशियों का पैग़ाम हैं लाती
किसी को ग़म की लाली से रंग जाती हैं......!! 

🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

देती है पैग़ाम ऊर्जा का
धरती को अपने अंग लगाती है
ठीक उसी तरह वो
जन जन को यह भी समझाती है
देखो मुझको और मेरी अंदर की इस लाली को
रंग नहीं बदलती मैं
हूँ चाहें मैं कितनी ही बदहाली में.....!! 

🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

सर्दी, गर्मी या हो बर्षा
साथ सभी के चल कर मैं
अपनी लाली से सब को अद्भुत कर
सबको यह सफ़र दिखलाती हूं
चाहें जो भी जैसा भी हो
साथ सभी के रहना तुम
लेकिन अपनी पहचान कभी भी
देख कर किसी को ना बदलना तुम.....!! 

🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

मधु गुप्ता "अपराजिता"



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6 Comments

Gunjan Kamal

18-Feb-2023 11:14 PM

बहुत खूब

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आप सभी का तह दिल से शुक्रिया और आभार 🙏🙏🙏😊😊

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Renu

18-Feb-2023 06:44 PM

👍👍🌺

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