प्रेम रंग -01-Mar-2023
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 01/03/2023
प्रेम रंग
मेरे अंतर्मन में जो प्रेम बसा है
वो सदियों पुराना है।
पर लगता है जैसे उसके रंग,
आज भी फिज़ा को ,
रंगीन कर रहे हैं।
मेरी सांसों को महका रहे हैं।
इतने सालों में जो
महसूस ना हो सका ,
आज लगता है कि शायद ,
यही वो प्रेम है ।
जिसके रंगो की तलाश मुझे,
काफी सालों से थी।
तुम्हारी बातें
तुम्हारे भाव
मन को बेकाबू कर रहे हैं।
शायद यही प्रेम रंग हैं जो
जीवन में आने को लालायित हैं।।
शाहाना परवीन "शान"...✍️
Varsha_Upadhyay
02-Mar-2023 06:27 PM
बेहतरीन
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पृथ्वी सिंह बेनीवाल
02-Mar-2023 06:20 AM
बहुत खूब
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