गुनाह
( पर ऐसे वाक्यों का असर सिर्फ़ किस्से कहानियों में होता है असल जिंदगी में नहीं) उत्तर की यह बात सुनकर वह सारे लोग ज़ोर - ज़ोर से हंसने लगे । उनमें से एक बोला -अब इस लड़की के साथ तुम दोनों भी यहीं मरोगे । यह सुनकर सलोनी एक दम डर गई । वह वेबस और लाचार थी , उन लोगों ने उसके हाथ पांव बांध दिए थे । उसे अपनी इस हालत पर बहुत क्रोध आ रहा था और साथ ही उत्तर और उस ऑटो वाले के लिए बहुत दुख भी हो रहा था । उन लोगों की यह बात सुनकर उत्तर का ऑटो वाला ऑटो लेकर निकल गया । उत्तर ने उसे रोकने की कोशिश नहीं की क्योंकि वह यह समझता था कि हर किसी को अपनी जान की फ़िक्र होती है । उत्तर वहीं अपनी जगह पर खड़ा रहा । वह लोग दौड़कर उत्तर की ओर आए । उन लोगों ने उत्तर पर हमला करना शुरू कर दिया । उन लोगों के पास चाकू भी था । उन में से एक ने उत्तर के ऊपर चाकू से हमला किया , पर उत्तर ने उसके हाथ में एक जोरदार लात मारी , जिससे उसका चाकू उसके हाथ से छूटकर दूर जा गिरा । इस दौरान दूसरे हमलावर ने उत्तर के सीने पर चाकू से प्रहार करने का प्रयास किया पर उत्तर अपनी जगह से हट गया और चाकू उसके कंधे पर जा लगा । इस मौके का फायदा उठाते हुए उन लोगों ने उत्तर को कसकर पकड़ लिया । उत्तर ने उन लोगों के सामने खूब मिन्नतें की कि इस लड़की को छोड़ दें , पर वे नहीं माने । वह लोग उत्तर और सलोनी की बेबसी पर हंसने लगे ।
उत्तर बोला - अगर तुमने आज यह गुनाह किया , तो तुम्हें सज़ा होगी। इसलिए इसके लिए न सही अपने लिए ही सही यह सब मत करो प्लीज़ । उत्तर की बात सुनकर उनमें से एक बोला- हमारे देश में इस गुनाह की कोई बड़ी सजा नहीं है । ज्यादा से ज्यादा उम्र कैद होगी और उसके बाद हम सब आज़ाद । यह बोलकर वह लोग हंसने लगे । उत्तर ने फिर उन लोगों से आग्रह किया कि वे उस लड़की ( सलोनी ) को छोड़ दें । पर उन लोगों पर तो जैसे कोई राक्षस सवार था । उन लोगों ने उत्तर को पकड़ा हुआ था । उन में से एक ने चाकू निकाला और उत्तर के पेट में जैसे मारने वाला था , उत्तर ने उसके दोनों टांगों के बीच में ज़ोर से लात मारी जिससे उसके हाथ से चाकू छूटकर जमीन पर गिर पड़ा । वह हमलावर अपने आप को सम्भालने में लग गया । बाकि के हमलावर यह देखकर आग बबूला हो गए । उन्होंने उसे जोर से जमीन पर धक्का दिया और उनमें से एक उत्तर पर चाकू से बार करने उसके ऊपर आया । पर उत्तर को जहां धक्का दिया गया था वहां बाजू में पहले हमलावर का चाकू पड़ा हुआ था । उत्तर ने बिना समय गंवाए वह चाकू उठाया और आत्मरक्षा में उस दूसरे हमलावर पर प्रहार किया । उत्तर ने वह चाकू उसके कंधे या बाजू में मारने की सोची पर शायद किस्मत को कुछ और ही मंजूर था । वह चाकू उस दूसरे हमलावर के गर्दन में जा लगा । वह दर्द से छटपटाने लगा और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई ।
क्रमश:.... रोमा.......
Mohammed urooj khan
30-Jan-2024 11:25 AM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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Sushi saxena
24-Jan-2024 11:35 PM
Nice one
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Alka jain
24-Jan-2024 10:47 PM
Nice
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