सिनेमा टोक-22, सलाम वेंकी, नॉन स्टॉप राइटिंग चेलेन्ज 2022, भाग-45
सिनेमा टोक-22, सलाम वेंकी, नॉन स्टॉप राइटिंग चेलेन्ज 2022, भाग-45
‘सलाम वेंकी’
निर्माण : सुरज सिंघ, श्रध्धा अगरवाल, वर्षा कुकरेजा
संगीत : मिथुन
लेखन एवम पटकथा : श्रीकांत मुर्ति
समय अवधि : 136 मिनिट्स
रीलीज : 9 डीसेम्बर 2022
दिग्दर्शक : रेवती
कलाकार:
1. काजोल : कोलावेणु सुजाता क्रिष्नन
2. विशाल जेठवा : कोलावेणु वेंकटॆश (वेंकी) प्रसाद क्रिष्नन
हेल्लो लेखनी,
आज लेकर आया हु एक ऐसी फिल्म जिसे मै चाहता हु आप जरुर देखे। ‘सलाम वेंकी’ कोइ फिल्म नही बल्की सत्य घटना है। इसिलिये आज इस फिल्म से जुडे कलाकारो मे से मैने केवल दो ही नाम लिखे है ...काजोल और विशाल जेठवा...।
वैसे इस फिल्म मे कइ और नामी कलाकार मौजुद है जैसे जज के रुप मे प्रकाश राज, वेंकी के पिता और काजोल के पति के रुप मे कमल सदाना। डायरेक्टॅर रेवती खुद जो प्रकाश राज की पत्नी के रुप मे है। आमिर खान छोटे रोल मे जो काजोल के भ्रम स्वरुप के किरदार मे मौजुद है। आहना कुमरा, राहुल बोज, राजीव खंडेलवाल, साउथ सेंशेशन प्रियमणी वगैरह वगैरह...। लेकिन आज मुजे बात करनी है केवल इन्ही दो कलाकारो के बारे मे जिस ने पुरी फिल्म अपने कन्धो पर उठाइ है।
फिल्म के बारे मे बात करने से पहले मै आप को एक प्रश्न पुछना चाहुंगा...वैसे लेखनी नोनास्टोप 2022 के अंतर्गत यह मेरा 45 वा भाग है और इस के पहले भी मैने काफी प्रश्न पुछे है लेकिन मजाल है की एक का भी जवाब आज तक आया हो। फिर भी पुछता हु....काजोल के अनगिनत इंटरव्युज और शो आप ने देखे होगे....कभी काजोल को सीरीयस देखा है ? नही न....काजोल सीरीयस हो यह हो ही नही सकता और सीरीयस वो अच्छी दिखती भी नही....और वो सीरीयस अच्छी नही दिखती ये टिप्पणी खुद उन की बेटी न्यासा ने कही है और वो भी इस फिल्म का ट्रैलर देखकर।
लेकिन वास्तव मे काजोल क्यु बेहतरीन अदाकारा है यह अगर देखना हो तो ‘सलाम वेंकी’ देखो। काजोल पुरी फिल्म मे सीरीयस दिखी है। कपिल शर्मा शो मे कपिन ने काजोल को पुछा था की क्या वो सेट पर सीरीयस रह पाइ ? काजोल ने कहा ‘हा’ मै सीरीयस हु....लेकिन दिगदर्शिका रेवती ने तुरंत जवाब दिया...’काजोल सीरीयस रहती थी...तब तक जब तक केमेरा शुरु हो...’
आज कलाकारो के बारे मे बात करनी हो तो काजोल के बारे मे डीडीएलजे के आर्टिकल मे मै लिख चुका हु....बाकी के बारे मे लिखना इस वक्त तो ठीक नही समजता हु लेकिन एक ही कलाकार के बारे मे लिखुंगा और वो है फिल्म का मुख्य किरदार.....वेंकी...यानी विशाल जेठवा...।
1. विशाल जेठवा: जन्म 6 जुलाइ 1994 (मुम्बइ) आयु: 28 साल।
2013 मे एक एतिहासिक सीरीयल आइ थी....’भारत का वीर पुत्र-महाराणा प्रताप’। इस सीरीयल मे महाराजा अकबर का युवा अकबर का रोल विशाल ने निभाया था और काफी तारीफे पाइ थी। 2015 मे संकटमोचन महाबली हनुमान सीरीयल मे भी नजर आये। पेश्वा बाजीराव मे नजीर का रोल अदा किया। चक्रधारी अजय क्रिष्ना और थपकी प्यार की उन की अन्य सीरीयल्स रही है।
2014 मे एक फिल्म डर @ ध मोल मे उन्होने एक केमियो किया और हिन्दी मिडीयम फिल्म मे भी एक छोटा सा केमियो किया। इनाम 10 करोड मे उन्होने आइ.पी.एस. शिव का किरदार निभाया। लेकिन 2019 की रानी मुखर्जी की फिल्म ‘मरदानी-2’ मे उन्होने शिव प्रसाद यादव का वो यादगार रोल निभाया की उन्होने जी सिने एवर्ड मे बेस्ट मेल डेब्यु का एवर्ड जित लिया।
लेकिन उन का यादगार रोल है इस फिल्म मे ‘सलाम वेंकी’।
वार्ता:
‘सलाम वेंकी’ फिल्म मे विशाल जेठवा (वेंकटॆश) को एक बिमारी है जिस का नाम है ‘डचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (डीएमडी)’।
डचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (डीएमडी) एक गंभीर प्रकार की मस्कुलर डिस्ट्रॉफी है जो मुख्य रूप से लड़कों को प्रभावित करती है। मांसपेशियों की कमजोरी आमतौर पर चार साल की उम्र के आसपास शुरू होती है, और जल्दी खराब हो जाती है। मांसपेशियों की हानि आम तौर पर सबसे पहले जांघों और श्रोणि में होती है और उसके बाद भुजाओं में होती है। इससे खड़े होने में परेशानी हो सकती है। अधिकांश 12 वर्ष की आयु तक चलने में असमर्थ होते हैं। बढ़ी हुई वसा सामग्री के कारण प्रभावित मांसपेशियां बड़ी दिख सकती हैं। स्कोलियोसिस भी आम है। कुछ में बौद्धिक अक्षमता हो सकती है। दोषपूर्ण जीन की एक प्रति वाली महिलाओं में हल्के लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
इस फिल्म मे काजोल वेंकी की माता है और वेंकी चाहता है की उसे तो मरना ही है लेकिन मरने से पहले वो अपने कुछ अंगो का दान करे ता की ओर लोगो को नइ जिन्दगी मिले। क्युकी वो जिन्दा है तो कुछ ओर्गन डोनेट कर ही नही सकता था इसिलिये वो अपनी माता के साथ रोज बहस करता है की उसे मरने की इजाजत दे ता की वो अपने ओर्गन डोनेट कर सके। लेकिन कोइ भी मा अपने बेटे को कैसे मरने की इजाजत दे।
वैसे भी जब वेंकी की इस बिमारी को लेकर काजोल परेशान रहती थी तब उन के पतिदेव (कमल सदाना) उन से डायवोर्स ले लेता है और बेटी को अपने पास रखता है और बेटी को यही सिखाता है की उन की मा उसे छोडकर चली गइ है। इधर काजोल अकेले ही वेंकी के साथ और उन की बिमारी के साथ हिम्मत से आगे बढती है।
लेकिन वेंकी की हालत दिन ब दिन खराब हो रही है और उन की प्रबल इच्छा के सामने काजोल भी जुकती है और एक वकील को बुलाती है। डोक्टर, वकील, एक महिला रीपोर्टर, काजोल और वेंकी की एक बहन जो बचपन मे बीछड गइ होती है वो वापस आती है ये सब मिलकर कोर्ट मे याचिका दाखिल करते है की वेंकी को स्वैच्छिक मरने की इजाजत (युथेनेशिया) मिलनी चाहिये। वैसे युथेनेशिया भारत मे वर्जित है...अवैधानिक है। पब्किल प्रोसिक्युटर के रुप मे साउथ की मशहुर एक्ट्रेश ‘प्रियमणी’ है (चेन्नाइ एक्सप्रेस की पुनम के चान्द गीत वाली)। जज के रुप मे प्रकाश राज है।
इधर कोर्ट मे याचिका दाखिल करने के लिये मेडिकल बोर्ड की रचना....उन की सिफारिश,...बाद मे कोर्ट मे दलिल, तारीख पर तारीख...इन सब उलजनो मे धीरे धीरे वेंकी का बोलना भी बन्ध हो जाता है।
पुरे घटनाक्रम मे काजोल को साथ मिलता है उस के खुद के भ्रम रुपी केरेक्टर आमिर खान का और वेंकी को साथ मिलता है उसी होस्पिटल मे दाखिल हुइ एक अन्धी लडकी का जिसे वो मन ही मन प्यार करता है।
सत्य घटना है इसिलिये अंत तो पता ही है की कोर्ट ने उस की याचिका नामंजुर कर दी थी क्युकी भारत मे युथेनेशिया गैरकानूनी माना जाता था। लेकिन 2018 से आंशिक रुप से इसे कानूनी माना गया ऐसा कायदा बना और वो भी इस वेंकटॆश के केस स्टडी के बाद ही। फिल्म के अंत मे वास्तविक वेंकटॆश और उन के माताजी की फोटो भी दिखाइ गइ है।
लेकिन जो मनोदशा वेंकी, उन की माता के रुप मे काजोल, उन के बेरहम पति और वेंकी के पिता कमल सदाना, उन की बहन, वकील, महिला मीडीया रीपोर्टर, जज प्रकाश राज, उन सब की मनोदशा की एक्टिंग जो हर एक किरदार ने निभाइ है वो लाजवाब है।
आप को दो बाते और बताना चाहुंगा। काजोल के पति और वेंकी के पिता का किरदार कमल सदाना ने निभाया है जो काजोल की डेब्यु फिल्म ‘बेखुदी’ मे काजोल के मुख्य हीरो रह चुके है। उस के बाद कमल की दुसरी फिल्म ‘रंग’ उस समय की सुपरस्टार दिव्या भारती, जीतेन्द्र, आयेशा जुल्का के साथ आइ थी जिस का एक गीत बहुत मशहुर हुवा था....’तुजे ना देखु तो चैन मुजे आता नही...कही मुजे प्यार हुवा तो नही...’। लेकिन कमल कभी भी सफल एक्टर नही बन पाये और काजोल सुपरस्टार बन गइ। इस फिल्म मे काजोल और कमल सदाना ने पुरे 30 साल के बाद फिर से काम किया है।
दुसरी बात....फिल्म ‘लव’.... सलमान खान की जिस का एक गीत भी काफी मशहुर रहा है....’साथिया..ये तुने क्या किया...बेलिया ये तुने क्या कहा?’ इस गीत की हीरोइन ‘रेवती’ आज की फिल्म सलाम वेंकी की डायरेक्टर है और जज प्रकाश राज की पत्नी के छोटे रोल मे भी है।
आंतरराष्ट्रिय महिला दिन के अवसर पर आप सब के लिये आज की फिल्म ‘सलाम वेंकी’....एक बार जरुर देखे...।
# नॉन स्टॉप राइटिंग चेलेन्ज 2022, भाग-45
Sushi saxena
14-Mar-2023 08:29 PM
शानदार
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PHOENIX
15-Mar-2023 01:05 PM
Thanks
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sunanda
14-Mar-2023 05:46 PM
very nice information
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PHOENIX
15-Mar-2023 01:05 PM
Thanks
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अदिति झा
09-Mar-2023 06:47 PM
Nice 👌
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PHOENIX
09-Mar-2023 07:04 PM
Thanks
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