सांस -11-Mar-2023
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 11/03/2023
सांस
मेरी हर सांस में अब तुम शामिल हो गए,
दूर होकर भी तुम मेरे करीब हो गए।
जानती हूं मिलना संभव नहीं हमारा पर,
मेरे दिल की धड़कन में तुम शामिल हो गए।
मेरी हर सांस में अब तुम शामिल हो गए,
दूर होकर भी तुम मेरे करीब हो गए।।
तुम्हारे ख्वाब मेरी आंखों में सजने लगे हैं,
मेरी ज़िंदगी को हर दिन सजाने लगे हैं।
जीती हूं अब तुम्हारे नाम के साथ ही मैं,
तसव्वुर तुम्हारा मेरी सांसों को बढ़ाने लगे हैं।।
मेरी हर सांस मे अब तुम शामिल हो गए,
दूर होकर भी तुम मेरे करीब हो गए।
शाहाना परवीन "शान"...✍️
डॉ. रामबली मिश्र
12-Mar-2023 09:06 PM
शानदार
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पृथ्वी सिंह बेनीवाल
12-Mar-2023 08:06 PM
बहुत खूब
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Gunjan Kamal
12-Mar-2023 12:49 AM
सुंदर प्रस्तुति
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