Tania Shukla

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हार्टलेस

दादी आप ही पापा को समझाओ ना, अभी अपने घर में ही इनको आजादी नहीं मिलेगी तो दूसरों के यहां शादी के बाद कैसे यह अपने लिए बोल पाएगी देवा ने दादी से कहा.. 


तेरे पापा ने सही कहा देवा, इनको पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए दादी ने गंभीरता से कहा.. 


दादी आप भी,,,, कभी तो सोनल मीनल को भी समझने की कोशिश किया करों देवाशीष ने झाल्ला कर कहा.. 


ठीक है, ठीक है , मैं बात करती हूं दादी ने हार मानते हुवे कहा.. पर अगर कुछ भी ऊंच नींच हुआ तो उसके बाद मुझे दोष मत देना .. 


दादी आप चिंता मत करिए मेरी बहन बहुत समझदार है वो आप को शिकायत का मौका नहीं देगी, है ना सोनल ?


जी भैया, सोनल की तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा था.. 

थैंक्यू भैया थैंक्यू.. 


खुश रहो और अपना ध्यान रखना और दादी ने जो कहा है उसका भी,


 कब जाना है तुझे 


जी भैया परसों सुबह , सोनल ने ख़ुशी से चहकते हुवे बताया..


ठीक है तू तैयारी कर और कुछ चाहिए हो तो मुझे बताना, देवा ने उसको खुश देखते हुवे कहा.. और अब मैं हॉस्पिटल जा रहा हूं


देवा हॉस्पिटल के लिए निकल जाता है, और वो कुछ टाइम में है पोहच जाता है,.. 


मिस रोज़ी, कैसी हैं आप देवा ने अपने केबिन में आते हुवे मिस रोज़ी से बताया.. 


गुड मॉर्निंग डॉक्टर, आप कैसे हैं, आपको लड़की पसंद आई कल आपसे मिलने आने वाली थी ना, रोज़ा ने मुस्कान के साथ पूछा..


आपको कैसे पता? देवाशीष ने  आश्चर्य से मिस रोज़ी की  तरफ देखा.. 


जी, आपकी माताजी से मेरी बात हुई थी वही बता रही थी आपके लिए तो लड़कियों की लाइन लगी हुई है फिर भी आप इसी को पसंद नहीं करते ऐसा कैसे चलेगा डॉक्टर साहब….


डॉ देवाशीष हंसते हुए बोले,  आप भी ना रोज़ी…..चलिए अब मरीजों को भेजिए 


वैसे ही बहुत देर हो गई है आप जानती है ना मुझे मरीजों को इंतजार करवाना पसंद नहीं है


बिल्कुल डॉक्टर.. रोज़ी बाहर जाते हुवे बोली 


देवाशीष मरीजों के साथ व्यस्थ हो गया मगर उसका दिमाग कहीं न कही किसी को याद कर रहा था उसके मन में हर पल कोई बेचैनी रहती थी वो किसी को दिखाता नहीं था और हमेशा खुश रहने की कोशिश करता मगर दिल में दर्द रह रह कर उठ ही जाता था ।



उधर देवाशीष के घर..


वाह दीदी, भैया ने तो कमाल कर दिया आपको शिमला जाने को मिलेगा अब, मीनल अपनी बहन के लिए खुश थी मुझे भी ले चलो ना दीदू साथ ,, मासूम सा चेहरा बनाते हुए मीनल अपनी बहन को बोली


मैं तुम्हे जरूर ले चलती मीनल , मगर यह हमारे कॉलेज का टूर है तो तुम्हे नहीं ले जा सकती मैं, फिर भी मैं एक बार अपनी सुषमा मेंम से बात करती हूं अगर वो अलाऊ करती है तो हम दोनों साथ में चलेंगे ।


नहीं सोनल ऐसा मत करना, तुम्हारी दादी ने बहुत मुश्किल से तुम्हारे लिए हां की है ऐसा ना हो मीनल की वजह से तुम्हें भी यही रहना पड़ जाए 

वो कभी इसकी इजाजत नहीं देगी के एक साथ तुम दोनों जाओ.. सरस्वती ने उनको समझाते हुवे कहा..


मीनल का मुँह लटक गया ऐसा सुन कर..


मीनल बेटा, तुम फ़िर कभी चली जाना ,सरस्वती ने सोनल और मीनल को प्यार से समझाया ।


मां मुझे मार्केट जाना है कुछ गर्म कपड़े लेने है वहां तो अभी ठंड होगी कुछ पैसे दे दो, ठीक है सोनल तुम मीनल के साथ चली जाना और हां दादी को जरूर बता देना जाने से पहले नहीं तो वो गुस्सा करेंगी।


ओके माँ..


सोनल और मीनल दोनों मार्केट आ गई.. 


दीदी बनारस के बाजार कितने सुंदर है ना,, पर फ़िर भी मुझे कोलकाता के रसगुल्ले बहुत याद आते हैं जब हम वहा रहते थे तब कितना अच्छा लगता था ना ,,... हम तीनो भाई बहन तब छोटे थे और खूब मस्ती किया करते थे मीनल उसको बता रही थी.. 


दोनों ने अपनी जरूरत का सामान ले लिया 

दीदी बहुत थक गई हूं मैं तो, चलो ना कुछ खाते है 


ठीक है मीलन वैसे भी मुझे पता है तू बाजार आए और बिना गुपचुप खाए नहीं जाएगी


हां वो होते ही इतने अच्छे है एक के बाद एक मुंह में रखते जाओ 

आह ! मजा ही आ जाता है , मीनल के मुंह में तो सच में पानी आ गया ।


अच्छा ठीक है खा लेना जीतने तुझे खाने हो पहले विश्वनाथ मंदिर दर्शन तो कर ले जब यहां तक आ ही गए हैं तो…


ओके दी ,चलो मीनल ने कहा.. 


उस समय मंदिर में कुछ ज्यादा भीड़ नहीं थी दोनों ने आराम से बाबा भोले नाथ के दर्शन किए और सीढ़ियों से नीचे उतर ही रही थी कि एक पागल लड़की ने सोनल का हाथ पकड़ लिया कुछ खाने को दे दो ,,कुछ भी दे दो ,

अपने पेट पर हाथ फेर वो बताने की कोशिश कर रही थी कि उसे भूख लगी है


काले बिखरे बाल, फटे पुराने कपड़े , सूट में कई जगह से छेद हो रहे थे जो कहीं कहीं से उसके गोरे और मादक बदन की झलक न चाहते हुए भी दिखा रहे थे सोनल और मीनल ने एक दूसरे को देखा और फिर उस लड़की को ,,


ओके तुम यहां आओ उसको दोनों एक किनारे ले गई और प्रसाद खाने को दिया मीनल तुम कुछ खाने को ले आओ और एक बोतल पानी भी


ओके दी.. मीनल पानी लेने चली गयी..


कौन हो तुम ,तुम्हारा परिवार कहा है ?


सोनल ने बात करने की कोशिश की ,,,, मगर वो खाने में इतनी खो गई थी कि किसी भी बात का कोई फर्क उसे नहीं पड़ रहा था 

मीनल ने दो कचोरी और ला कर उसे दे दी और साथ ही पानी की बोतल भी ।


दीदी यह खा लेगी अब हमें चलना चाहिए नहीं तो दादी हमारी खाट खड़ी कर देगी, कोई बात नहीं मीनल देख तो इसके कपड़े कितने फट गए हैं और लोग इसे कितनी गंदी नजर से देख रहे है 

इसको कैसे भी समझा कर इसके कपड़े बदलने होंगे..

इसकी सूरत तो देख ऐसा लगता है किसी अच्छे घर की है शायद किस्मत की मारी हो 

दोनों ने आस पास देखा पर कोई ऐसी जगह नहीं मिली कि उसके कपड़े बदल सके ।


तब मीनल ने कहा ऐसा करते हैं दी इसके कपड़ों के ऊपर ही दूसरे कपड़े पहना देते हैं एक तो इसका शरीर ढक जाएगा और इसको सर्दी भी नहीं लगेगी थोडी ठंड तो होने लगी है अब…

ठीक कहां तूने मीनल ,,


दोनों ने मिल कर उसे कपड़े पहनाए जबरदस्ती ,, वो लड़की खाना खा कर बस भाग जाना चाहती थी


मैं भाई को कॉल करती हूं हो सकता है वो किसी मेंटल हॉस्पिटल में इसको एडमिट करवा सके जो सरकारी हो ।


देवाशीष को आज अजीब सी बेचैनी हो रही थी वो रह रह कर दरवाजे की तरफ देखता फ़िर मन मसोस कर रह जाता था,.. कुछ अजीब सी बेचैनी और अजीब सा अहसास था.. 

यह बात नर्स रोज़ी ने भी नोटिस की थी, वो बार बार देख रही थी..


क्या बात है डॉक्टर साहब ,,, आज किसी ख़ास का इंतजार हो रहा है क्या ?

वो कल वाली लड़की पसंद आ गई आपको, वहीं मिलने आने वाली है तो बता दो मैं तैयारी करती हूं ना, बहुत अच्छे से तैयारी करती हूं मैं सब यही बोलते हैं आप भी खुश हो जाओगे ,,,, रोज़ी अपने आप में मग्न बोले जा रही थी 


अरे, अरे,  रुको मिस रोज़ी, ऐसा कुछ नहीं है ना ही कोई आने वाला है पता नहीं क्या बात है मेरा दिल बेचैन हो रहा है कुछ समझ भी नहीं आ रहा क्या बात है ,,..


कोई बात नहीं डॉक्टर साहब ऐसा कई बार अपुन के साथ भी होता इच रहता है ।


रोज़ी.......


ओह , ओह माफ़ करना साहब , वो क्या है ना , अपनी भाषा और पहली मोहब्बत चाह कर भी इंसान भूल नहीं  पाता है न चाहते हुए भी जुबान पर आ ही जाती हैं


हमम, ठीक कहां तुमने  मिस रोज़ी ,,


तब ही देवाशीष का फोन बज उठता है,, वहीं दिल की आवाज जो फोन की रिंग टोन के जरिए निकलती है


वो फ़ोन देखता है और उसको पता चलता है वो सोनल का फ़ोन था.. 


हेल्लो , सोनल 

सब ठीक तो है ना ,


जी भैया सब ठीक है… 

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7 Comments

Babita patel

07-Aug-2023 10:16 AM

Nice

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RISHITA

06-Aug-2023 10:40 AM

Nice

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Natasha

14-May-2023 08:14 AM

बेहतरीन

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