मेरे राम -31-Mar-2023

मेरे राम 




राम रमापति रधुपति राधव, 
  जय जय राम रमैया की। 
     जय बोलो रधुरैया की।। 
१-
राम ही जीवन जीवन धन हैं, 
       इस जीवन के स्वामी हैं।। 
राम का मैं हूँ राम हैं मेरे, 
       राम के हम अनुगामी हैं। 
एक आश विश्वास खास है, 
      नैया पार लगैया की। 
२-
राम नाम का करूँ कीर्तन, 
       राम नाम गुण गाऊँगा। 
अंतकाल में राम नाम हो, 
      राम चरण चित लाऊँगा। 
सीता मैया की जय बोलो, 
   जय हो लछमन भैया की। 
३-
जो पर्वत को राई करते, 
     पर्वत कर दें राई को। 
वही राम मेरे  जीवन की, 
     काटेंगे कठिनाई को। 
एक वार जय मिल कर बोले, 
  दारुण दुक्ख हरैया की। 
४-
वही हमारे वही सहारे, 
   वही राम रखवारे हैं। 
वही साध्य हैं वही साधना, 
  यही धारणा धारे हैं।। 
वही धार पतवार वही हैं, 
 नहीं है चिंता नैया की।। 

विनोदी महाराजपुर








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4 Comments

Renu

03-Apr-2023 04:16 PM

👍👍

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Abhinav ji

31-Mar-2023 08:10 AM

Very nice 👌

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Anam

31-Mar-2023 06:34 AM

बहुत ही सुंदर सृजन और अभिव्यक्ति एकदम उत्कृष्ठ

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