प्यार और धोखा
शाम का समय मरीन ड्राइव लोगों की चहल पहल थी। युवक युवतिया हाथो में हाथ डाले गुम रहे थे। वही कुछ दूरी पर एक लड़की बैठी है। जिसकी उम्र 24 साल थी। जो डूबते हुए सूरज को देख रही थीं और उसकी आँखों मे आंसू थे। इस लडक़ी को यहा बैठे हुए लगभग 3 घण्टे हो गए थे।
लड़की से कुछ दूरी पर एक लड़का बैठा था जो ज्यादा बड़ा तो नही था पर 20 साल के आसपास का होगा। जो हल्के नशे में था। वो एक पत्थर पर बैठ था । और उसके पास एक शराब की बोतल पड़ी थी।
इन दोनो को देख एक ऐसा लग रहा था जैसे दोनो एक ही जगह पर आकर ठहर गए है, लग रहा था जैसे दोनो का दर्द भी एक जैसा है पर देने वाला अलग है।
जब लड़की की नजर लड़के की तरफ गयी तो वो डर गई वो खड़ी हो कर अचानक उस ओर भागी जिस ओर वो लड़का बैठा था। जाकर उसने लड़के के हाथ से चाक़ू लेकर पानी मे फेक दिया जिससे वो अपने हाथ की नस काट रहा था। जब लड़के ने उसकी तरफ देखा तो वो लड़की उस पर चिल्लाने लग गयी ।
तुम्हें पता भी है तुम क्या कर रहे हो , कोई इतना भी कमजोर कैसे हो सकता है। तुम तो चले जाओगे ओर तुम्हारे मरने के बाद तुम्हारे घर वालो का क्या होगा। यह तुम्हारी मरने की उम्र नही है तुम्हें पढ़ाई करने की है। सबसे मजबूत तो लड़के ही होते हैं ओर तुम ऐसे कमजोर कैसे हो सकते हो।
लड़का हँसते हुए बोला यही तो कसूर है मेरा की में लड़का हु । हर कोई कहता है कि लड़के रोते नही , लड़के कमजोर नही हो सकते किसी ने कभी यह सोचा है कि उनको कमजोर कोन बनाता है । तुम लड़किया, बस तुम ओर कहते हुए उसने पास पड़ी शराब की बोतल उठाकर पीने लगा। लड़की उसके पास बैठते हुए बोली हम लड़कियो ने कैसे लड़को को कमजोर किया।
लड़का शराब का धुट भरते हुए बोला वो ही होती है सारी गलती की वजह । पहले किसी को अपने इतना करीब लाएगी ओर जब लड़का लड़के को सच्ची मोहब्बत हो जाएगी तो छोड़ कर चली जाएगी। और बोलेंगी की तुन्हें मुझसे अच्छी लड़की मिलेगी जिंदगी में मुझे भूल जाओ।
लड़की उसकी बात सुन कर उसके दर्द को समझने की कोशिश करने लगी। लड़की को इतना तो अहसास हो चुका था कि जिस दर्द में वह है उसी दर्द के वह लड़का भी है।
लड़की उसके पास पत्थर पर बैठ कर बोली मेरा नाम अवनि है। और उसकी तरफ हाथ बढ़ाकर बोली तुम्हारा क्या नाम है । लड़का कुछ देर तो उसके हाथ को देख ओर फिर हाथ मिलाते हुए बोला रवि शास्त्री। अवनि बोली मुझे लगता है तुम्हारे साथ भी धोखा हुआ है । जहाँ तक मुझे लग रहा है जिस दर्द में तुम हो उसी दर्द में मैं भी हु।
तुम्हें पता है रवि मैं आज अपने बॉयफ्रेंड को जेल भेजकर आयी हु । अगर मैं भी तुम्हारे जैसे कमजोर और लाचार होकर बैठ जाती तो एक ओर अवनि बर्बाद हो जाती ओर मैं यह नही चाहतीं थी कि जैसे मैं बर्बाद हुई कोई और ना हो।
रवि ने इतनी देर में पहली बार अवनि की तरफ देख रहा था । अवनि की आखों में हल्की नमी थी और पूरी तरह से लाल थी जैसे काफ़ी देर तक रोने की वजह से होती है। वो बोला क्या हुआ तुम्हारे साथ , क्यो तुमने अपने बॉयफ्रेंड को जेल भेजा और तुम्हारी आँखों को क्या हुआ। अवनि बोली एक शर्त पर बताऊँगी की तुम भी मुझे अपने ओर अपनी धोखेबाज गर्लफ्रैंड के बारे में बताओगे। बोलो मंजूर रवि ने कुछ सोच कर हा में गर्दन हिला ली।
अवनि ने बोलना शुरू किया और अपने अतीत में खो गयी...
कमश:
।। जयसियाराम ।।
vishalramawat
Arti khamborkar
19-Dec-2024 04:04 PM
v nice
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HARSHADA GOSAVI
03-Jul-2023 03:08 PM
amazing
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RISHITA
30-Jun-2023 12:48 PM
nice
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