Madhu Arora

Add To collaction

भरोसा

प्यार के बैठे सितमगर आज भी
क्यूं भरोसा आपका अब रह गया।

 नजाकत वक्त की मालूम ना थी
प्यार  तो दिल में दिखना  रह गया।

प्यार तुम से क्या हुआ हमको बता
चाहतों में दिल सजाना रह गया।

सिला वफा का मिला इस कदर
गुल प्यार का  खिलाना रह गया।

इंतजार है मधु को आज भी
शीश दर पर झुकाना रह गया।।
           रचनाकार ✍️
           मधु अरोरा
   

   17
4 Comments

Gunjan Kamal

09-Apr-2023 08:27 PM

बेहतरीन

Reply

Punam verma

08-Apr-2023 08:39 AM

Very nice

Reply

Abhinav ji

08-Apr-2023 08:03 AM

Very nice 👌

Reply