Rakesh rakesh

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लेखनी प्रतियोगिता -09-Apr-2023 शक का हल नहीं है।

दीपा से लव मैरिज करने से पहले सुनील के मां बाप बड़ा भाई और बड़ी बहन ने कह दिया था कि अगर तेरे ग्रहस्थ जीवन में कोई भी समस्या आएगी तो उसका जिम्मेदार तू खुद होगा।


 दीपा से शादी की खुशी में सुनील सारी शर्तें कबूल कर लेता है। सुनील से शादी से पहले दीपा का स्वभाव शांत और मधुर था। लेकिन शादी के एक वर्ष बाद उसका स्वभाव बहुत शक करने वाला हो गया था। अगर सुनील अपनी कामवाली बाई से प्यार से बात करता था, तो दीपा इस वजह से सुनील से मुंह फुला देती थी। और कई दिनो तक उससे बात भी नहीं करती थी।

 सुनील बार-बार अपनी बेगुनाही के सबूत दे दे कर थक जाता था, लेकिन दीपा अपने आगे उसकी एक भी नहीं चलने देती थी।

 एक बार सुनील को ऑफिस के काम की वजह से अकेले एक महीने के लिए शहर से बाहर जाना पड़ता है। तो वह सोचता है की पहले जैसे दीपा को प्रेम पत्र लिखता हूं जिससे शायद उसकी शक करने की आदत खत्म हो जाए।

 तो वह दीपा से मोबाइल पर बात करने की जगह की जगह प्रेम पत्र मे प्यार भरी बातें लिखकर दीपा को भेजता है। और प्रेम पत्र के आखिरी में लिख देता है कि" मेरे प्रेम पत्र का जवाब प्रेम पत्र से ही देना।"

 जब दो सप्ताह तक उसके प्रेम पत्र का जवाब दीपा प्रेम पत्र से नहीं देती है, तो सुनील दीपा के मोबाइल पर फोन करता है। बार-बार फोन करने के बाद भी दीपा सुनील का फोन नहीं उठाती है, तो सुनील अपने घर में फोन करके दीपा के हालचाल पूछता है। तो सुनील के परिवार वाले उसे बताते हैं कि "तुम्हारे जाने के दूसरे दिन ही दीपा अपने मायके चली गई थी।"

सुनील को दीपा के साथ साथ अपने लिखे उस प्रेम पत्र की भी चिंता हो जाती है कि उस पर दीपा का नाम नहीं लिखा हुआ है। वह प्रेम पत्र घर में किसको मिला होगा। 

और फिर सोच में पड़ जाता है कि इतना खूबसूरत प्रेम पत्र में दीपा के पास कैसे पहुंचा हूं।

यह बात सोचते सोचते उसे ख्याल आता है कि दीपा अपने मायके में है और मैं जिस जगह हूं वहां से उसका मायका ज्यादा दूर नहीं है।

 इसलिए मैं उससे भी ज्यादा रोमांटिक प्रेम पत्र लिखता हूं। जिससे कि दीपा की शक करने की बीमारी खत्म हो जाए और वह अपने पुराने प्यार वाले स्वभाव में आ जाए। और हम दोनों के फालतू के झगड़े खत्म हो जाए।

 सुनील और ज्यादा रोमांटिक प्रेम पत्र लिखता है और एक बार फिर उस प्रेम पत्र पर दीपा का नाम लिखना भूल जाता है।  

सुनील जिस होटल मे ठहरा हुआ था वहां से एक बाइक का इंतजाम करके दीपा से शादी से पहले जैसी प्यार की खुशियां पाने के लिए दीपा को प्रेम पत्र देने उसके मायके बाइक से निकल जाता है।

 और हाईवे पर एक ट्रक से एक्सीडेंट होने से उसकी मौत हो जाती है। सुनील की मौत के एक-दो दिन बाद पुलिस वाले सुनील का  सारा सामान उसकी पत्नी दीपा को दे देते हैं।

 दीपा सारे सामान मे जब उस प्रेम पत्र को देखती है, जो सुनील न दीपा के लिए लिखा था  पर वह उस प्रेम पत्र पर दीपा का नाम लिखना भूल गया था।

इसलिए दीपा प्रेम पत्र देखकर सोचती है कि सुनील आधी रात को किसी लड़की को प्रेम पत्र देने जा रहा था, इसलिए जल्दी बाजी में ध्यान बांटने से वह मारा गया। अपने मन में सोचती है की अच्छा ही हुआ उस बेवफा आदमी से मेरी जान छूट गई।

प्रेमिका का शक प्रेमी की जान का कारण बना या प्रेम में अंधे प्रेमी की प्रेम पत्र ने जान लेली। सच तो यह है कि अंतर्मन से लिखा प्रेम पत्र भी शक से हार गया।

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7 Comments

madhura

11-Apr-2023 03:39 PM

very nice

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Reena yadav

10-Apr-2023 11:30 AM

👍👍

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Abhinav ji

10-Apr-2023 08:15 AM

Very nice 👌

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