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तुम...

तुम्हारे साथ घंटो बिताने के बाद तुम्हें छोड़कर जाने वाला समय एक अज़ीब सी खीज पैदा करता है, लगता है के जैसे कोई ज़बरन मुझे तुमसे दूर करने की कोशिश कर रहा है और जिस पर मेरा कोई ज़ोर न चल पाया हो.
लगता है किसी ने पिछले कई घंटों को एक पल में मेरे सामने से कहीं किसी जादूगर की तरह ग़ायब कर दिया है..जैसे अचानक सब कुछ कहीं छूट गया है! अभी जो मेरी हथेलियों में तुम्हारी कोमल मुलायम हथेलियों का स्पर्श बार-बार अंगड़ाई ले रहा था अब गहरी नींद में कहीं सो सा गया है|

मेरे बैग में रखा हर छोटे से छोटा सामान अब बोझ बन गया है, ये वही सामान है जिसे मैंने हमारे मिलने से ठीक पहले एक एक चुन-चुन कर रखा था 
क्योंकि ये सब तुम्हें पसंद है, वो नीली शर्ट, वो आसमानी रंग का जीन्स, तुम्हारी पसंद का वो परफ्यूम, और सबसे ज्यादा तुम्हें जो पसंद है वो मेरी छोटी सी अंगूठी भी अब इस सारे समान की तरह ही बोझ बन चुकी है..तुमसे मिलकर हर बार बिछड़ जाना कभी-कभी लगता है जैसे मुझे मेरे किये की कोई सजा दी जा रही है..
शायद ऊपर वाले ने मेरी किस्मत में तुमसे बिछड़ जाने को कई बार लिखा है
बार बार लिखा है..

ये सारी चीजें धीरे-धीरे से, तुमसे बिछड़ने की खीज को बढ़ाते जाते हैं, मैं अपने भीतर हो रही उथल पुथल को सम्हाल लेने में अक्सर असफ़ल हो जाता हूँ, कई बार तुमपर बरस जाता हूँ, क्योंकि हर बार तुम्हें छोड़कर मेरी ये घर वापसी मेरे लिए बिल्कुल ऐसी है जैसे मैं अपना सब कुछ हार कर घर लौटा हूँ..जैसे अपना सब कुछ खो दिया है मैंने..

पर देखना एक दिन ये सब ख़त्म हो जाएगा..एक दिन मैं फ़िर लौटूँगा, पर तुम्हें, अपने साथ लेकर..❤️
✍नितिन आर्या मुन्तज़िर

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7 Comments

Niraj Pandey

11-Oct-2021 07:33 PM

वाह बेहतरीन

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Nitin arya muntzir

30-Oct-2021 07:44 PM

Thanks brother 😊🙏

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Shalini Sharma

04-Oct-2021 02:42 PM

Nice

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Nitin arya muntzir

30-Oct-2021 07:43 PM

Thanks mam 🙏

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Miss Lipsa

01-Oct-2021 06:10 PM

Waah

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Nitin arya muntzir

30-Oct-2021 07:43 PM

Thank you lipsa ji

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