लेखनी प्रतियोगिता -19-Apr-2023
पल वो बहुत खास था!
छूट रहा उसके हाथ से मेरा हाथ था!
आंखों में समंदर लिए वो मुस्कुरा रही थी!देखो उसके बिछड़ने का क्या अंदाज था!!
उसकी लाल साड़ी, मेरी वर्दी!
बालों में उसके लगा गजरा कमाल था!!
कि जाते वक्त सीने से भी न लगाया!
बेशक मेरे जाने का उसको बेहद मलाल था!!
हाथ जब उसने रोकने को आगे बढ़ाया!
वक़्त की सुईयों का फिर गहरा सा सवाल था!!
पलट कर चल दिया , मैं नम आंखों से!
साथ में कुछ यादें ,और आगे वतन का इस्तकबाल था!!
Punam verma
20-Apr-2023 09:19 AM
Very nice
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Abhinav ji
20-Apr-2023 08:50 AM
Very nice 👍
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
20-Apr-2023 06:33 AM
भावनात्मक और खूबसूरत सृजन
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