ममता -29-Apr-2023
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक:29/04/2023
ममता
"माँ" एक विशाल सागर है,
जिसमें संतान उछल कूद करती है।
अपने सपनो को पूरा करती है।
अपनी तमन्नाओं के साथ जीती है।
ममता का विशाल सागर ,
संतान के लिए होता एक समान।
ना ही कम, ना अधिक
सबको मिलता स्नेह एक समान।
बच्चों के लिए माँ
इच्छाशक्ति होती है,
आत्मविश्वास भरने वाली
जादू की पुड़िया होती है।
जो देती स्फूर्ति संतान को,
बच्चों के लिए माँ,
ममता की मिठाई होती है।
माँ एक सागर विशाल,
सबको खुशी देता है।
हिम्मत जगाता मन में,
सपनो को पूरा करता है।
हम सभी को सब माताओं का
सम्मान करना चाहिए।
सभी माओं को....
अपनी माता के समान समझना चाहिए।
शाहाना परवीन"शान"...✍️
Gunjan Kamal
30-Apr-2023 12:30 AM
👏👌
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पृथ्वी सिंह बेनीवाल
29-Apr-2023 11:03 PM
शानदार
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Varsha_Upadhyay
29-Apr-2023 08:17 PM
बहुत खूब
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