लेखनी प्रतियोगिता -01-May-2023 मक्कारी का पिंजरा
कर्मवीर तीन बार अपने चुनाव क्षेत्र से चुनाव जीतकर विधायक बन चुका था। क्योंकि उसके चुनाव क्षेत्र में हार जीत का फैसला उसकी जाति के लोगों के वोटों से होता था। इसलिए कर्मवीर चुनाव के समय अपनी जाति के लोगों को खूब पैसे और शराब बढ़ता था।
और चुनाव जीतने के बाद ऐसे काम करता था, जिससे कि उसकी जाति के लोग अन्य जातियों से अलग-थलग रहे। जैसे की उनके लिए अलग चौपाल बनवाना, अलग धार्मिक स्थल बनवाना महीने में अपनी जाति वालो की महापंचायत करवा कर उनके लिए विशाल भोज का आयोजन करना। अन्य धर्म जाति से उनका झगड़ा होने पर उनकी मदद करना।
लेकिन एक भी ऐसा कार्य नहीं करता था जिससे कि क्षेत्र का विकास हो बल्कि क्षेत्र के विकास के सारे पैसे खुद गबन कर लेता था।
कर्मवीर का ड्राईवर चमन लाल अपने बेटे की शादी बहुत धूमधाम से एक पढ़ी-लिखी लड़की आरती से करता है।
विधायक कर्मवीर भी ड्राईवर चमन लाल के बेटे की शादी में आता है, क्योंकि चमन लाल भी विधायक कर्मवीर की जाति का था, तो विधायक कर्मवीर को शादी समारोह में अपनी जाति वाले लोगों को भड़काऊ भाषण देने का मौका भी मिल गया था।
आरती का मायका बहुत विकसित था। और ससुराल हद से ज्यादा पिछड़ा हुआ। आरती पढ़ी लिखी समझदार लड़की थी। इसलिए वह समझ जाती है कि यहां का विधायक कर्मवीर भ्रष्ट नेता है।
लेकिन आरती यह नहीं समझ पा रही थी कि फिर यह कर्मवीर विधायक तीन बार क्षेत्र से कैसे विजई हुआ है।
आरती की शादी के दो वर्ष बाद विधायक के चुनाव होते हैं। तो कर्मवीर विधायक अपने क्षेत्र में जहां भी जाता है, तो विकास की जगह बस अपनी जाति के पक्ष में भाषण देता है। और जब कर्मवीर के कार्यकर्ता अपनी जाति वालों को पैसे शराब बैठते हैं, तो शिक्षित आरती की समझ में आ जाता है, कि कर्मवीर विधायक हर बार चुनाव अपनी जाति के बहुमत की वजह से जीतता है।
इसलिए मतदान के एक दिन पहले अपने ससुर से कहकर आरती कर्मवीर विधायक को अपने घर चाय पर बुलाती है।
आरती चाय पर कर्मवीर विधायक से जाति नहीं क्षेत्र के विकास के बारे में अलग-अलग प्रश्न करती है।
आरती की भड़काने वाली बातों से कर्मवीर विधायक को जब धीरे-धीरे गुस्सा आने लगता है, तो कर्मवीर विधायक को और क्रोधित करने के लिए आरती उससे कहती है कि "इस बार हमारी जाति की महिलाएं आप को वोट नहीं देंगी। क्योंकि आपने महिलाओं के विकास के लिए क्षेत्र में आज तक कुछ नहीं किया है।"
तो फिर कर्मवीर विधायक आग बबूला होकर आरती से कहता है कि "तू कल की लड़की मेरी जाति वालों को क्या मुझे वोट देने से रोकेगी। मैंने तो उन्हें पहले ही पूरी तरह अपनी मक्कारी के पिंजरे में कैद कर रखा है।" और पैसे शराब अन्य जातियों से अलग-थलग रखने की अपनी सारी बातें गुस्से में आरती के सामने उगल देता है।
लेकिन कर्मवीर विधायक को यह नहीं पता था कि आरती अपने मोबाइल पर उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग कर रही है।
आरती कर्मवीर विधायक के घर से जाने के बाद कर्मवीर विधायक की वीडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर पोस्ट कर देती है। और कुछ समय बाद न्यूज़ टीवी के सारे चैनलों पर कर्मवीर विधायक की वीडियो रिकॉर्डिंग प्रसारित होने लगती है।
चुनाव के परिणाम आने पर कर्मवीर विधायक कि इन चुनाव में जमानत भी जप्त हो जाती है।
आरती के प्रयत्नों से उसकी सारी जाति कर्मवीर विधायक के मक्कारी के पिंजरे से आजाद हो जाती है।
Saroj Verma
02-May-2023 04:16 PM
👌👌👌👌
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Abhinav ji
02-May-2023 09:00 AM
Very nice 👍
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Mohammed urooj khan
01-May-2023 10:28 PM
👌👌👌👌
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