लेखनी प्रतियोगिता कहानी -07-May-2023 अमर मोहब्बत
राजा और सोनम एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे। यह बात कहने से वह किसी से भी नहीं डरते थे। लोग उन्हें सच्चे प्रेमी तो कहते थे लेकिन साथ साथ यह भी कहते थे कि "दोनों अनपढ़ है इसलिए समाज में रहने की इन्हें कम तहजीब है।"
लेकिन राजा और सोनम को पता था कि बालिग होने की बाद हम दोनों के परिवार वाले हमारी शादी जरूर करेंगे।
और ऐसा ही होता है दोनों के परिवार वाले दोनों की शादी बहुत धूमधाम से कर देते हैं।
राजा बहुत गरीब परिवार से था, इसलिए अपनी शादी के बाद उसे परिवार का पालन पोषण करने के लिए शहर नौकरी करने जाना पड़ता है।
उसे अनपढ़ होने की वजह से शहर में बहुत मेहनत का काम मिलता है। तब उसे एहसास होता है कि पढ़ा लिखा होना कितना जरूरी है।
इसलिए वह अपने मन में ठान लेता है कि मैं अपने बच्चों को बहुत पढ़ाऊंगा लिखूंगा।
और दो बरस बाद राजा एक बेटी का पिता बन जाता है। तब सोनम और अपनी बेटी राशि के बिना उसे शहर में पैसे कमाना बड़ा मुश्किल काम लगने लगता है।
इसलिए वह अपनी बेटी और पत्नी के पास शहर से अपने गांव वापस आ जाता है।
राजा के गांव वापस आने के बाद सोनम बहुत खुश रहने लगती है।
लेकिन सोनम और राजा के सामने समस्या यह थी कि दाल रोटी कैसे चलेगी।
राजा और सोनम की प्रेम कहानी पूरे गांव में मशहूर थी। इसलिए गांव वाले भी यह चाहते थे कि राजा और सोनम एक साथ ही रहे।
और पूरा गांव आपस में विचार-विमर्श करके अपने दुधारू पशुओं की देखभाल और चराने का काम राजा को दे देते है।
गांव वालों की मदद से राजा और सोनम के जीवन में धीरे-धीरे सुधार होने लगता है।
राजा और सोनम दोनों अनपढ़ थे, इसीलिए वह शिक्षा के महत्व को समझ कर अपनी बेटी की शिक्षा पर बहुत ज्यादा ध्यान देते हैं।
दोनों पति पत्नी अपनी बेटी को दिलो जान से प्यार करते थे। उनकी बेटी राशि भी अपने मां-बाप से उतना ही प्यार करती थी।
एक दिन राशि की सहेली हंसी मजाक में राशि से कहती है कि "अगर तेरे मां-बाप की प्रेम कहानी पर कोई फिल्म बने तो वह सुपरहिट हो जाएगी।"
लेकिन राशि को अपनी सहेली की हंसी मजाक में कहीं बात बहुत काम की नजर आती है।
और वह उसी दिन से अपने मां बाप की प्रेम कहानी पर किताब लिखना शुरु कर देती है।
राजा और सोनम तो पहले से ही अपने सच्चे पवित्र प्रेम का प्रचार करने से ना डरते थे ना शर्माते थे। इसलिए वह बहुत खुशी से अपनी प्रेम कहानी पर किताब लिखने मे अपनी बेटी की पूरी मदद करते हैं।
और किताब छपने के बाद खुद घर घर जाकर अपनी मोहब्बत की किताब मुफ्त बांटते हैं।
और देखते देखते ही उनकी प्रेम कहानी की किताब पूरे देश में मशहूर हो जाती है। और एक दिन उनकी सच्ची पवित्र मोहब्बत की किताब मुफ्त की जगह पैसों में बिकने लगती है।
और उनकी मोहब्बत की किताब उनकी गरीबी दूर कर देती है।
अपनी सच्ची मोहब्बत की वजह से नाबालिक से वृद्धावस्था तक उनके जीवन में खुशियों की कमी नहीं रही थी।
राजा और सोनम को अपनी गरीबी दूर होने से ज्यादा यह खुशी थी कि मोहब्बत की किताब छपने के बाद अब उनकी मोहब्बत हमेशा के लिए अमर हो गई है।
Varsha_Upadhyay
08-May-2023 11:30 PM
Nice 👍🏼
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Mohammed urooj khan
08-May-2023 10:53 AM
👌👌👌👌
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Punam verma
08-May-2023 08:24 AM
Very nice
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