abhiwrites

Add To collaction

अनकहे अल्फाज –३१

वक़्त के सहारे अपने जज्बातों को आराम देता हूँ!


ज़िन्दगी से लड़ते लड़ते इतना थक चुका हूं,

कि आज़कल कोई कुछ भी कहता है,
मैं सब मान लेता हूँ।

#Abhiwrites❣

   11
2 Comments

Reena yadav

09-May-2023 05:39 PM

👍👍

Reply

बहुत खूब

Reply