स्वैच्छिक विषय मिलन
मिलन लिखूँ या विरह लिखूँ
बोल ए दिल मैं आज क्या लिखूँ
लवों की हँसी लिखूँ या आँखों की नमी लिखूँ
बोल ए दिल मैं आज क्या लिखूँ
मन की प्यास लिखूँ या संताप लिखूँ
बोल ए दिल मैं आज क्या लिखूँ
दिल की खामोशी लिखूँ या मन की चीखें लिखूं
दिल मायूस है बहुत हर बात मैं कैसे लिखूँ
बोल ए दिल मैं आज क्या लिखूँ
झुकाया है आसमां भी अपने क़दमों में
मैं हर बात अब खोलकर कैसे लिखूँ
बोल ए दिल मैं आज क्या लिखूँ
दिल थोड़ा बच्चा था अक़्ल का
थोड़ा कच्चा था
किस किस ने फेंके इस दिल पर पत्थर
मैं हर नाम को अब कैसे लिखूँ
बोल ए दिल मैं आज क्या लिखूँ
🌷🌷शुभ वंदन प्रभात 🌷🌷
सुनीता गुप्ता सरिता कानपुर
ऋषभ दिव्येन्द्र
10-May-2023 12:33 PM
वाह, कमाल का लिखा आपने
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Shashank मणि Yadava 'सनम'
10-May-2023 08:30 AM
Nice
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Reena yadav
09-May-2023 11:19 PM
👍👍
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