संस्कार
शीर्षक :- संस्कार
करें निवेदन प्रभु से
दे उच्चतम संस्कार अभी से
करता हूं प्रणाम आज से
होते हैं मात-पिता प्रभु से बढ़ के
जाने जीवन का लक्ष्य आज
उद्देश बनाएं संस्कार आज
जाते हैं संस्कार जन्म के बाद
क्यों ना करें फिर पुण्य के कार्य
परिभाषा दू संस्कार की आज
हमारे द्वारा होता है श्रेष्ठ व्यवहार
प्रभु ने दिया जन्म मानव का आज
क्यों ना बनाएं फिर उच्चतम संस्कार
वंदना विनय विवेक विकास
से बनाएं अपना संस्कार आज
रचनाकार:- विनय पटेल
Gunjan Kamal
12-May-2023 05:37 AM
बहुत खूब
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Reena yadav
11-May-2023 08:46 PM
👍👍
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