#जिंदा
कोई मरता नहीं, सभी यादों में जिंदा रहते हैं।
और इंसान जब तक जिंदा है यादें नहीं मरती।
यादों में मर जाना ही रिश्ते का सुखद अन्त है।
वक्त मुनासिब रहे यह जिंदगी सबकी पसंद है।
हालात जज़्बात इंसान का बदलना अंतरद्वंद है।
अंतरमन को कलुषित करने से जिंदगी बेरंग है।
अंतिम सांसों में भी यादों की लहर नहीं ठहरती
और इंसान जब तक जिंदा है यादें नहीं मरती।
डॉ. प्राणाली श्रीवास्तव
स्वरचित
ऋषभ दिव्येन्द्र
13-May-2023 12:42 PM
बहुत बढ़िया
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