लेखनी प्रतियोगिता -15-May-2023
साहब बोला
रात है
सारे बोले रात है
कुछ अंगड़ाये कुछ अलसाये
कुछ मुंह धोकर आये
बहुत सुहानी रात है
ये सुबह सुबह की बात है।
मोरों की
सुरक्षा को
कोयल की
हमशकली से
सब पक्षी की अनदेखी से
बगुलों के गुप्त समर्थन से
कौवे लड़ें चुनाव
पांच साल फिर कांव कांव।
तू भी चोर
वो भी चोर
बाकी सारे भी तो चोर
जिसने मेरी पोल उधेड़ी
वो तो सबसे बड़ा कसाई
अब तू भी भाई वो भी भाई
कई बार मैं
गुजरना चाहा
बदनामी वाली
गलियों से
पर खाली वापस आया
ये तन मुझसे ज्यादा
तुमको पहचानता है।
Shashank मणि Yadava 'सनम'
16-May-2023 08:54 AM
बेहतरीन
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Abhinav ji
16-May-2023 07:03 AM
Very nice 👍
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Reena yadav
16-May-2023 05:03 AM
👍👍
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