जिंदगी यादों का पिटारा है
कभी हंसती मुस्कुराती
तो कभी रोती चिल्लाती हुई
हर छोटी बड़ी परेशानियों को कुचलते हुए
हर कदम, अपनी मेहनत और लगन के
गीत लिखता है
हमारे और तुम्हारे कई किस्से हैं
इसका कुछ हिस्सा सफेद,तो कुछ काला है
जिंदगी यादों का पिटारा है।
चाय की प्याली, सुबह का नाश्ता
सबके संग हंसना
बेफिक्र होकर रहना
खूबसूरत जिंदगी
खूबसूरत यादों से बनती है।
बचपन में सज्जनों
पैदल ही एक साथ स्कूल तक जाना
अपने जीवन के हसीन पल है
पुरानी यादें खुशियों की रंगोली है
जिंदगी यादों का पिटारा है।
हर इंसान एक कलाकार होता है
जो अपने दिल की भावनाओं को
रोज परोसता है
कभी अपने परिवार के साथ
तो कभी अपने दोस्तों के साथ
खुशियों की मोतियां बिखेरता है
कितनी अजीब है ये जिंदगी की कहानी
न चाहते हुए भी, अपनो को खोना पड़ता है
जिंदगी यादों का पिटारा है।
नूतन लाल साहू
ऋषभ दिव्येन्द्र
26-May-2023 12:29 PM
बहुत अच्छे
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Haaya meer
26-May-2023 09:33 AM
Nice
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