ज़िंदगी भर दूसरे के मन का करते करते, सोचने समझने की शक्ति कम हो जाती है, खुद पर से विश्वास खत्म हो जाता है।अगर ऐसा ही होता तो भगवान मनुष्य बनाने में भेदभाव करते। किसी के मस्तिष्क में ज्ञान उपलब्ध नही कराते। भरोसा रखिए, आप भी लगन और मेहनत से वो सब हासिल कर सकते हैं जो आप चाहते हैं।
डॉ. प्रणाली श्रीवास्तव
स्वरचित
#साबित
जो छूट गया वो दोबारा नहीं आएगा
वापस वही हाल में रहना अच्छा नहीं
कितने कटघरे बना दिए सवालातों के
मुझे तेरे यकीन को साबित करना नही
डॉ. प्रणाली श्रीवास्तव
स्वरचित
#मंजिल
गुज़र गई जिंदगी मैं की तलाश में मुसाफिर,
शर्त है की ख्वाब का मखबरा तुम्हारा ही हो,
किसी और के ख्वाब चुराना मकसद न बने,
मगर इंतजार रहे तुम्हे मंजिल का पता मिले।
#मुस्कुराहट
मौत को चकमा देकर निकलने का समय जिंदगी में आ सकता है, तो जहाँ तक हो सके देते जाइए और अपनी जिंदगी को खुशी से बिताइए। गम को सहना आसान नहीं मगर कोशिश तो की जा सकती है खुश रहने की, आप सभी अपनी मुस्कुराहट बरकरार रखिए।
की जब तक जिंदा हैं जिंदगी से दोस्ती करना है,और खुश रहने का नियंत्रण किसी और को नहीं देना है। आप सभी की मुस्कुराहट अनमोल है, जिसे देख कर कोई मुस्कुराता है।
#आदत
जो पथरीले रास्तों में दौड़ा करते हैं,
वो फूलों पर चलने से कतराते हैं,
जिन्हे आदत है जमीन पर सोने की
वो अच्छे बिस्तर में सोने से घबराते हैं।
इसी को आदत कहते है, जिसे बदलने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ता है।
#छल
किसी से प्यार करने की परीक्षा में उत्तीर्ण होना अगर किसी और के साथ धोखा करना है तो वो वास्तविकता में छल है प्यार नहीं।
#समय
तुमसे बात कितनी भी हो,
अधूरी लगती है,
समय से कहो हम साथ हैं,
ज़रा धीरे गुज़रे।
#रूठना
ज़रा सी बात पर रूठ जाना अच्छा है क्या?
लौट जाना, न आना न मनाना अच्छा है क्या?
अब हम नहीं तो आईने से बाते करने लगे हो,
मोहब्बत होकर भी न जताना अच्छा है क्या?
डॉ. प्रणाली श्रीवास्तव
स्वरचित
#धोखा
उसने धोखा देना नहीं छोड़ा, हमने भरोसा। समय गुजरता गया शाम ढलती गई,और हम अगले घोखे के शिकार में हैं और आप?
अब भूल से भी भूख नहीं लगती किसी ने बड़ी
तबीयत से धोखे खिलाए हैं।
ऋषभ दिव्येन्द्र
27-May-2023 07:04 PM
कमाल का लेखन
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