उस आईने में भाग : 4
तभी सुनैना मकान मालिक की तरफ बढ़ने लगती है ,और मकान मालिक हाथ जोड़कर फर्श पर बैठ जाता है, और कहता है, प्लीज ! ऐसा मत करो। मेरी बात सुनो मुझे समझने की कोशिश करो।
सुनैना उसे गुस्से से घूर कर देखती है उंगली मुंह पर रख कर चुप रहने का इशारा करती है।
सुनैना कहती हैं "तुमने मुझसे मेरा सब कुछ छीन लिया, मैं भी तुमसे तुम्हारा सब कुछ छीन लूंगी ।और तुम्हें जब तक मौत के घाट नहीं उतार देती , तब तक मेरी आत्मा को शांति नहीं मिलेगी" ,यह सुनकर मकान मालिक और घबरा जाता है, और कहता है, क्या तुम मुझे जान से मार दोगी ? सुनैना!
तो सुनैना कहती है "जान से मारना तुम्हारे लिए बहुत ही छोटी सजा होगी। मैं तो तुम्हें पहले तड़पा तड़पा कर अधमरा करूंगी उसके बाद तुम्हें मारूंगी ।" और इतना कह कर सुनैना हंसने लगती है , मकान मालिक फिर से दरवाजे की तरफ मुड़कर, दरवाजा पीटने लगता है और कहता है साहिल जल्दी दरवाजा खोलो और मुझे यहां से बाहर निकालो वरना या मुझे मार देगी।
तो साहिल उसे से पूछता हैं, क्या हुआ सर ? कौन आपको मार रहा है ? मकान मालिक उस से कहता है - "तुम दरवाजा खोलने की कोशिश करो प्लीज " सुन रहे हो ना साहिल ?
तभी मकान मालिक की शरीर में कुछ अजीब सी चमकदार चीज प्रवेश कर जाती है और मकान मालिक बोलते बोलते ही वहीं फर्श पर गिर पड़ता है और बेहोश होने लगता है।
तभी दरवाजा खोल कर साहिल अंदर आता है और पूछता है "सुनैना क्या तुमने उसको मार दिया? यह कुछ बोल क्यों नहीं रहा।"
सुनैना साहिल की तरफ देख कर कहती है , नहीं मैंने उसे मारा नहीं है अभी तक या सिर्फ बेहोश है। अब तुम इसे हॉस्पिटल ले जाओ ।
अब मैं इस बाथरूम से बाहर निकल सकती हूं । तो इस बात पर साहिल थोड़ा सा कंफ्यूज हो कर सुनैना से पूछता है-" ऐसा क्या किया तुमने जो तुम अब इस बाथरूम से निकल सकोगी ?" क्या तुम मुझे बताओगी क्या हुआ अभी यहां पर ।
तो सुनैना कहती है-" तुम अभी फिलहाल इसे हॉस्पिटल ले जाओ ,नहीं तो यह मर जाएगा। तो साहिल जल्दी से उसे हॉस्पिटल लेकर जाने लगता है । साहिल एंबुलेंस को फोन करता है जब साहिल फोन रखता है तभी पीछे से सुनैना उसके कंधे पर हाथ रखती हैं , साहिल को बहुत अजीब महसूस होता है । साहिल पीछे घूमता है ,अरे ! तुम हो सुनैना।
सुनैना कहती है-" मेरी बात बहुत ध्यान से सुनो साहिल जब तुम हॉस्पिटल में जाओगे, और तुमसे कोई पूछेगा क्या हुआ? तो तुम उन से कहना - "यह मेरे मकान मालिक हैं और जब मैं घर पहुंचा तो मुझे यह बाथरूम में गिरे हुए मिले और इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं पता।"
साहिल सुनैना की तरफ देखता है और कहता है -"ठीक है"।
तभी एंबुलेंस दरवाजे पर आकर रूकती है, और मकान मालिक को साहिल और दो और कंपाउंडर स्ट्रेचर पर लिटा कर एंबुलेंस वैन में ले जाते हैं । सुनैना यह सब वहीं पीछे खड़ी होकर देखती रहती है ।
जैसे ही एम्बुलेंस वैन हॉस्पिटल की तरफ निकलती है। सुनैना भी पीछे से हॉस्पिटल में जाने लगती है हॉस्पिटल पहुंचकर साहिल बिल्कुल वैसे ही करता है जो सुनैना ने उसे करने के लिए कहा होता है । साहिल हॉस्पिटल की सारी फॉर्मेलिटी पूरी करता हैं और वहीं बेंच पर बैठ जाता है।
तभी उसे अपने आसपास सुनैना के होने का एहसास होता है । और वह इधर उधर देखने लगता है, लेकिन उसे सुनैना कहीं नहीं दिखती, फिर वह बेंच से उठकर वॉशरूम जाता है। तभी वहां पर उसे फिर से सुनैना के होने का एहसास होता है उस वक्त साहिल के अलावा और कोई भी इस वाशरूम में नहीं होता, तो साहिल ऐसे ही शीशे में मुंह धो कर अपना मुंह पूछते हुए, पूछता है-" सुनैना क्या तुम यही हो मुझे तुम्हारे होने का एहसास हो रहा है। इतना सुन कर सुनैना फिर से उसी तरह वाशरूम के आइने मे आकृति लेने लगती है और उसके सामने आती है, और कहती है "हां मैं यही हूं, क्या हुआ तुम कुछ परेशान लग रहे हो?"
तो साहिल कहता है, हां तुम मुझे यह बताओ कि तुम अभी तक उस बाथरूम से क्यों नहीं निकल पाती थी ? और अब तुम उस बाथरूम से बाहर हर जगह जा रही हूं? आखिर तुमने ऐसा क्या किया? तो सुनैना उससे कहती है मैंने मकान मालिक के शरीर में अपनी आत्मा का एक अंश प्रवेश करवाया है । जिस वजह से अब जब तक मकान मालिक बाहर रहेगा, मैं भी वाह-वाह जा स सकूंगी।
इतना सुनकर साहिल सुनैना से पूछता है, तुमने मकान मालिक को बेहोश कैसे किया ? तो सुनैना कहती है - "मैंने उसे बेहोश नहीं किया , मैंने तो बस अपना एक अंश उसके दिमाग और दिल पर हावी किया है। जिसकी वजह से मकान मालिक को हाट ट्रैक आया।
यह सुनकर साहिल चौक जाता है और कहता है -"क्या मकान मालिक को हार्ट अटैक आया है ?"
तो सुनैना कहती है -"हां मैंने ही तो हार्टअटैक के लिए उस की धड़कनों को कुछ देर अपनी काबू में किया था , इसलिए उसे हार्टअटैक आया"।
तो साहिल सुनैना से पूछता है -"अच्छा अब बताओ आगे क्या करना है "?
तो सुनैना उसे कहती है- "अभी कुछ नहीं करना बस कुछ दिन उसे यही हॉस्पिटल में रहने दो ।"
तभी साहिल सुनैना से कहता है -"अच्छा ठीक है जब मेरा कोई काम हो तो मुझे बता देना , इतना बोल कर साहिल बाथरुम से बाहर आता है"।
और अपने घर में फोन करके अपनी मां से बात करता है । और सुनैना सोचती है। कि अब उसे आगे क्या करना है ,वह मकान मालिक के कमरे में जाती है। और वहीं खड़ी होकर मकान मालिक को देखने लगती है ।
तभी अचानक से महान मालिक की आंख खुलती है, और वह सुनैना को देकर चिल्लाने लगता है।
तभी वहां पर नर्स और डॉक्टर जल्दी से भागकर आते हैं, और पूछते हैं- व्हाट हैपन सर ? तो मकान मालिक सुनैना की तरफ इशारा करके कहता है "मुझे इससे बचा लो वो मुझे मार डालेगी , प्लीज! मुझे बचा लो । प्लीज़! मुझे बचा लो।
Simran Ansari
24-Feb-2022 06:14 PM
Very good
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Zaifi khan
30-Nov-2021 09:23 PM
Khoob
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Hayati ansari
29-Nov-2021 09:08 AM
Good
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