Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -10-Jun-2023 स्वप्न सब साकार हैं

आधार छंद- गीतिका
 सृजन शीर्षक-स्वप्न सब साकार है

शूल पथ पर चल रहा जो, स्वप्न सब साकार है।
राह से तुम मत भटकना, लक्ष्य की टंकार है।।
चीरकर मानव ॲंधेरा, आज वो आगे बढ़े।
योजना तुम सब बनाकर ,लक्ष्य के पथ को गढ़े।।
 
अनवरत तुम आज चलना, आस का दीपक जले।
 आसमाॅं को छू हमेशा, नैन हो अंबर तले।।
वक्त के साथी बने जो, स्वप्न सब साकार है।
हर्ष के गाते तराने, उर करे झंकार है।।


लेखिका
प्रियंका भूतड़ा प्रिया ✍️


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6 Comments

सुन्दर गीतिका 👏👏👌👌

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madhura

11-Jun-2023 10:28 AM

very nice

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Asif

11-Jun-2023 08:15 AM

सुन्दर सृजन

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