Rishabh tomar

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भागना

जिंदगी में भागना अनुवार्य है जबकि जिंदगी से भागना निषेद, ऐसी ही कई क्रियाएँ है जो भागने को बनाती है कायरत का सूचक तो कभी शौर्य का सूचक इसलिए भागने से पूर्व अत्यधिक ध्यान की आवश्यकता होती है क्योंकि इसमें प्रेम भी निहित है और स्वार्थ भी

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6 Comments

वानी

24-Jun-2023 07:32 AM

Nice

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उम्दा भाव

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Gunjan Kamal

20-Jun-2023 07:41 AM

बिल्कुल सही

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