लेखनी कहानी -11-Jun-2023 प्रियतम सुनाती बात
गीतिका छंद
विषय-हमसफर
शीर्षक- प्रियतम सुनाती बात
आज स्वागत में तुम्हारे, गेह ऑंगन है सजे।
मन ध्वजी बन नाचता है, प्रेम धुन मन में बजे।।
खिल रही है प्रेम कलियाॅं, चित्त करते शोर है।
नैन पलकें अब बिछाते, प्रेम बॅंधती डोर है।।
चाॅंदनी ये रात आई, अब निगाहें ताकती।
हमसफर राहे निहारूॅं, द्वार पर अब झाॅंकती।।
हमसफर बनकर रहो तुम, मैं बनूॅं अब संगिनी।
दिल तुम्हें कब से पुकारे, मैं बनूॅं उर रागिनी।।
बारिशें से बन बूंद बरसे, जुल्फ मेरी भीगती।
हम सफर करती इशारा, दिल गली अब धड़कती।।
बाॅंहे देखो तरसती है, अब सुनो मम हमसफर।
कह रही हूॅं बात तुमसे, प्रीत अपनी हो अमर।।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा प्रिया ✍️
Gunjan Kamal
13-Jun-2023 01:41 AM
👌👏
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वानी
12-Jun-2023 07:05 PM
Bahut khoob
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Suryansh
12-Jun-2023 07:33 AM
अब सुनो मम हमसफ़र में मेरे को सही करें
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